शस्त्री राजा वैद धनी, बन्दी मूर्ख भानस गुणी । कभी शत्रुता नहीं महाजन, कत्ल
आज मैं बहुत खुश हूं , क्योंकि मेरे परिवार आये हैं । घर आंगन में मेरे खुशीयां �
कुत्ता बना इन्सान DOG BECOME HUMANS नमस्कार दोस्तो, मैं प्रिंस कुमार आपका फिर से हा�
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